Monday, 28 January 2019

चले जा रहे है

चले जा रहे है,
इस राह पर,
जिन्दगी के .......
कभी मोड़ आता है,
तो रुक जाते है..…
सोचते है
कुछ.....
फिर चल पड़ते है.....
रुक नही सकते ये कदम,
कभी पथरीला मोड़,
तो....
कभी धूप छाँव का खेल,
बदलते मौसम,
सब मंजूर है
कोई शिकायत नही.....
मुझे तो चलना है....
चलते रहना है.....


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