● डिप्रेशन क्या है ?
Depression यानी के अवसाद, जब किसी व्यक्ति के व्यवहार में कोई बड़ा परिवर्तन आता है तो उसे मनोदशा कहते है और जब मनोदशा में विकार आता है तो उसे डिप्रेशन कहते है। ये जैसे आज कल common बात हो गयी है। दिन में कई बार हम सुनते है अपने आस पास के लोगो से की ,मैं थोड़ा depress हु , मुझे टेंशन है ,मैं दुखी हूं , परेशान हु , लेकिन जो छोटे-छोट problem या दुख तकलीफ है वह डिप्रेशन में नही आते।
Depression का मतलब है आंसू खत्म होने तक रोना ,हर पल उदास रहना , आहे भरना,किसी भी तरफ बे वजह देखते रहना,जब तक के आँखे थक न जाये क्योकि आप पलक झपकना भूल जाते है ,आप अपने आप को भूल जाते है ।
Positive सोचने की और बेहतर result तक पहुचने की इंसान की capacity कम हो जाती है। उलझे सवाल और निराश करने वाले जवाब किसी इंसान को उस मोड़ पर ले जाते है जहा उम्मीद का हर दिया बुझ जाता है ।नतीजे खतरनाक हो जाते है, ऐसे में जरूरत होती है सही वक्त पर सही इलाज की और अपनो का साथ-प्यार और अपनेपन की .....।
● डिप्रेशन के कारण
Depression के कई कारण हो सकते है ,जैसे कि मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति , अपमान ,भय, office के कड़े नियम , आत्मविश्वास की कमी ,प्यार का अभाव इन वजहो से डिप्रेशन का शिकार हो सकता है ।कुछ लोग घर की समस्या जैसे कि गरीबी ,अशांति, पैसो की तंगी, आपसी झगड़े इन वजह से डिप्रेशन में जाते है। हर छोटी बात पर अधिक विचार करने लगते है । तो कुछ लोग अकेलेपन से ग्रासित होकर डिप्रेशन के चपेट में आ जाते है। अकेलापन व्यक्ति के जीवन मे बहूत ही गलत प्रभाव डालता है। एक अकेला इंसान अपने खाली समय मे क्या क्या सोचता होगा ,कैसे कैसे विचार उसके मन मे आते होंगे ।यही सब धीरे धीरे उसे डिप्रेशन की ओर धकेलता है।इसी के साथ कुछ लोग शारिरिक कमजोरी और रोगोंके कारण भी चिंतित रहते है और अपना संतुलन खो बैठते है और डिप्रेशन का शिकार बनते है। बेरोजगारी भी डिप्रेशन का एक और कारण है। बहोत से ऐसे छात्र है जो बडी कठिनाइयों से अपनी पढ़ाई पूरी करते है लेकिन उनको अच्छी नौकरी नही मिल पाती और वे डिप्रेशन का शिकार जो जाते है।।
● डिप्रेशन के लक्षण
1.उदास या परेशान रहना । २. बातो बातो में खुदको कोसना। ३.रोज़ के कार्यो में मन न लगना। ४. खुदको बेबस , अकेला महसूस करना। ५. बात बात पर चील्लाकर या झल्लाकर जवाब देना। ६.अकेले रहना ,अकेलेपन में रोना।। ७.बहोत सोना या बिल्कूल नींद न आना । ८.कम खाना या बहुत ज्यादा खाना । ९. एकाग्रता की कमी होना। १०.मन में आत्महत्या के विचार आना।।
● डिप्रेशन के प्रकार १. मेजर डिप्रेशन - किसीका साथ अचानक खत्म होना। कोई अपना जिसे आप सबसे ज्यादा चाहते हो उसकी अचानक से मौत हो जाना या उससे हमेशा के लिए बिछड़ना । ऐसी परिस्थिति का अचानक से सामना करना पड़ा और इंसान ये सहन ना कर पाया तो इस प्रकार का डिप्रेशन उसे घेर लेता है । २. सायकोटिक डिप्रेशन - इस प्रकार के डिप्रेशन में इंसान वास्तविक जिन्दगीसे दूर होकर काल्पनिक चीजो में यकीन करने लगता है, उसे अनजानी आवाजे सुनाई देती है, वो खुद से ही बाते करता नजर आता है । मन उदास रहता है और व्यक्ति को ऐसे लगने लगता है जैसे सब कुछ खत्म हो गया है । ३.मानसिक डिप्रेशन-अपनी सामान्य जिंदगी में इंसान बहुत अकेलापन महसूस करता है, उसे लगता है कि वह बहुत बुरा है सभी लोग उसके खिलाफ़ है, उसे कोई पसंद नही करता ,ऐसे में वह कोई भी खुशी Enjoy नही कर पाता।
● डिप्रेशन के उपाय
बदलते lifestyle में डिप्रेशन की बीमारी आम हो रही है।बड़े बड़े शहरों से निकल कर यह बीमारी छोटे शहरों औऱ गावो तक पहुच गयी है ।,इस बीमारी का शिकार यूवा वर्ग ही नही बल्कि बुजुर्ग और छोटे बच्चे भी है।यह एक सामान्य सी दिखने वाली पर खतरनाक नतीजो तक ले जाने वाली बीमारी है ।जरूरत है इस पर वक़्त रहते ध्यान देने की और सही इलाज करने की । डॉक्टरी इलाज के साथ ही अपनेपन की ज्यादा जरूरत होती है ,जो पीडित को जल्दी इससे बाहर आने में मदतगार साबित होती है।अपनो का प्यार ,दोस्तो का साथ इंसान को इससे उभरने में सहायता करता है। डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को अपनों के साथ की और प्यार की ज्यादा जरूरत होती है।
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