●हमारी जिद और आपकी अच्छाई , जब भी एकदूसरे से टकराते है....दर्द दोनों को होता है......आँख दोनों की रोती है......इस लड़ाई में हम जीतकर भी हार जाते है.....और आप हारकर भी जीत जाते हो...
● हम फूल माँगते है और आप बहार लाने चले जाते हो.....अदायें भी ऐसी है ,कि हम समझ ही नही पाते.....गुस्सा करे या गुरुर.....!!!!
●जज़्बात....
कुछ खामोश से,कुछ दफ़्न से....!!!
●चाँद मेरा है,आसमाँ मेरा है....
चारों और फैला ये उजियाला भी मेरा है...
न जाने क्यों,
फिर भी.....
डर रहे है हम,
छूने से चाँद को
लगता है....
जैसे जल जाऊंगी
मिट जाऊंगी...
इस डर से निजाद दो
कुछ यू हमे छुपा लो
अपनी साँसों में
आँखों मे....
ख़्वाबों में....
खयालों में....
●आज ना रोको हमे....आज रोने दो
आँसुओं में हर शिकवा.... कतरा कतरा कर बहने दो
हर आँसू को आपने अश्क सा संभाला
आज इन आँसुओं को पानी सा बहने दो
दफ़्न बहोत से जज्बात है,अनकहे कुछ गमों के साये
हर बेचैनी को आज दिल से मिटाने दो
लब्ज तो बेईमान से,इनपर ना भरोसा करो
दिल का हाल....दिल को कहने दो
हमने सुना बस वही,जो आपकी जुबां बोली
आपकी धड़कन की,आज खामोशी सुनने दो......
● ये तन्हाई, ये खामोशी
और हम....
अकेले....
अपने दिल की धड़कन सुनते.....
धड़कन में आपको ढूंढते....
बड़े दिनों बाद
आपको इतने करीब पाया
दिल मे आपका एहसास सा हो आया
आपको हमने अपनी साँसों में पाया
मेरे उदास होंठों की तुम खिलखिलाती मुस्कान लगे
रुक रूक कर चलती,साँसों की आप जान लगे
हमारे साथ चलता वो आपका साया
हम गुरुर करे ऐसी सौगात लगे.....
2 comments:
Khup chan
Mast
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